कबीर धंधा करता रहे, बिन धंधे धन नाहीं | satsang sant rampal ji maharaj | Kabir parmeshwar
संत रामपाल जी महाराज ने कबीर परमेश्वर की वाणी " कबीर धंधा करता रहे, बिन धंधे धन नाहीं " का अर्थ समझाते हुए कहा है कि धंधा करना जरूरी है क्योंकि बिना धंधे के धन प्राप्त नहीं हो सकता है लेकिन परमात्मा उनको उलाहना दे रहे हैं जो धंधे में भगवान को नहीं भेजते। संत रामपाल जी महाराज कबीर परमेश्वर का ज्ञान समझाते हुए बताते हैं कि काम धंधे के साथ साथ भगवान की भक्ति भी करो। हम इस काम धंधे में भगवान को भूल जाते हैं।